शुक्रवार, 29 अक्टूबर 2010

deepawali

ज्योति पर्व दीपावली
नव जीवन नव स्पंदन
परिवर्तन......
सीख हमें ये देती है .
क्या नहीं बंधे हैं
हम खुद में ?
किंचित हमने ये सोचा है...

नव मित्र के नव सीख.......
अपनापन तो नहीं...unme
पर कुछ दूर अँधेरे में दीपक सा
कुछ उम्मीद सा
एक परिवर्तन ko  aatur  ....

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