मंगलवार, 3 मार्च 2009

krishna

shri krishna
अशक्ति के साथ अनाशक्ति
कृष्ण ने बताया गीता में
कुछ नया नही था
बस तरीका नया था
अशक्ति देती है जज्बा
लक्ष्य पाने का
अनाशक्ति से पा सकते है
नए नए लक्ष्यों को .
हम बाँध जाएँ एक ही जगह
तो ठहर जाएगी हमारी दुनिया
विजय के बाद भी हम बन जाएँगे
एक बड़ा पोखरा सांत स्थिर सा
अनाशक्ति बनाती है हमें नदी या सागर
लगातार निरंतर नए लक्ष्यों को खोजते
पाते और छोड़ते फ़िर
नए लक्ष्यों को पाने के लिए
दुहराते हुए .......
"मेरी जिंदगी एक मुसलसल सफर है
जो मंजिल पे पहुँची तो मंजिल बढ़ा दी :

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